एनडीआरएफ (NDRF)
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महात्मा गांधी का जन्म 2 अक्टूबर 1869 को गुजरात के पोरबंदर नामक स्थान पर हुआ था । इनका पूरा नाम मोहनदास करमचंद गांधी था । इनके पिता का नाम करमचंद गांधी था । मोहन दास की माता का नाम पुतलीबाई था । महात्मा गांधी के जन्म दिवस को अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में मनाया जाता है । महात्मा गांधी जी का विवाह सन 1883 में मात्र 13 वर्ष की आयु में कस्तूरबा जी से हुआ था लोग उन्हें प्यार से 'बा' कह कर पुकारते थे ।
सत्य और अहिंसा की राह पर चलते हुए अपने कर्तव्यों का पालन करने की सीख गांधी जी को उनकी मां से मिली थी ।
30 जनवरी 1948 में दिल्ली के बिरला हाउस में गांधीजी की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी । अंतिम समय में उनके मुख से 'हे राम' शब्द निकले थे । उनकी मृत्यु के बाद नई दिल्ली के राजघाट पर उनका समाधि स्थल बनाया गया है ।
उनका मूल मंत्र था शोषण विहीन समाज की स्थापना करना उसके लिए सभी को शिक्षित होना चाहिए । क्योंकि शिक्षा के अभाव में एक स्वस्थ समाज का निर्माण असंभव है ।
गांधी जी के नेतृत्व में बिहार के चंपारण जिले में सन 1917 में एक सत्याग्रह हुआ था । इसे चंपारण सत्याग्रह के नाम से जाना जाता है । यह गांधी जी के नेतृत्व में भारत में किया गया पहला सत्याग्रह था । यहीं से उन्हें यह भी तय किया कि वे आगे से केवल एक कपड़े पहनकर ही गुजारा करेंगे ,इसी आंदोलन के बाद उन्हें 'महात्मा'की उपाधि से विभूषित किया गया था ।
1- एक देश की महानता और नैतिक प्रगति को इस बात से आका जा सकता है कि वहां जानवरों से कैसा व्यवहार किया जाता है ।
2- जब मैं निराश होता हूं मैं याद कर लेता हूं कि समस्त इतिहास के दौरान सत्य और प्रेम के मार्ग की ही हमेशा विजय होती है कितने ही तानाशाह हत्यारे हुए और कुछ समय के लिए वह अजय लग सकते हैं लेकिन अंत में उनका पतन होता है इसके बारे में सोचो और हमेशा ।
3- ऐसे जियो जैसे कि तुम कल मरने वाले हो ओर ऐसे सीखो कि तुम हमेशा के लिए जीने वाले हो ।
4- आप तब तक यह नहीं समझ पाते कि आपके लिए कौन महत्वपूर्ण है ,जब तक आप उन्हें वास्तव में खो नहीं देते ।
5- किसी चीज में यकीन करना और उसे ना जीना बेईमानी है।
6- एक धर्म जो व्यावहारिक मामलों में कोई दिलचस्पी नहीं लेता है, और उन्हें हल करने में कोई मदद नहीं करता है, वह कोई धर्म नहीं है ।
7- जो भी चाहे अपनी अंतरात्मा की आवाज सुन सकता है, वह सब के भीतर है ।
8- खुद को खोजने का सबसे अच्छा तरीका है की खुद को दूसरों की सेवा में खो दो ।
9- मेरा जीवन मेरा संदेश है ।
10- राष्ट्रीय व्यवहार में हिंदी को काम में लाना देश की उन्नति के लिए आवश्यक है ।
11- हम जो करते हैं और जो हम कर सकते हैं इसके बीच का अंतर दुनिया की ज्यादातर समस्याओं के समाधान के लिए पर्याप्त है ।
12- कोई कायर प्यार नहीं कर सकता यह तो बहादुरो की निशानी है ।
13- ताकत शारीरिक शक्ति से नहीं आती है ,यह अदम्य इच्छाशक्ति से आती है ।
14- शांति के लिए कोई विशेष रास्ता नहीं है, शांति अपने आप में ही एक विशेष रास्ता है ।
15- डर शरीर का रोग नहीं है, यह आत्मा को मारता है ।
16- दुनिया में ऐसे लोग हैं जो इतने भूखे हैं कि भगवान उन्हें किसी और रूप में नहीं देख सकता सेवाएं रोटी के रूप में ।
17- हमेशा अपने विचारों , शब्दों और कर्म के पूर्ण सामंजस्य का लक्ष्य रखें हमेशा अपने विचारों को शुद्ध करने का लक्ष्य रखें और सब कुछ ठीक हो जाएगा ।
अन्य-
भारत रत्न प्राप्त विशेष व्यक्तियों के नाम ।
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